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From Struggle to Stardom: Surya Kumar Yadav’s Inspiring Journey

  • editorhumjeetenge
  • Jun 11, 2024
  • 4 min read

Updated: Jul 21, 2024

खुद से जीतने वालों को मेरा सलाम!


Surya Kumar Yadav कहते हैं कि, "2 दिन न मुझ से खाना खाया गया और न ट्रेनिंग हो पाई। मैं बस बीच पर टहलता रहा।" 26 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए भारतीय टीम की घोषणा हुई, जिसमें सलेक्टर्स Surya Kumar का जिक्र करना भूल गए। 3 साल के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी, Surya Kumar को मौका नहीं मिला।


Surya कहते हैं, "उस समय समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ? फिर 28 अक्टूबर को जब RCB के खिलाफ रन बनाए, तब जाकर मुझे चैन मिला।"


रवि शास्त्री और सचिन तेंदुलकर का Message


मैच के बाद, उस समय के भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री का ट्वीट था: "Surya नमस्कार। मजबूत और धैर्यवान रहो।"

अगले दिन सचिन तेंदुलकर का संदेश आया: सचिन तेंदुलकर लिखते हैं, "मेरे कोच रमाकांत आचरेकर साहब कहा करते थे: 'If you are honest and sincere to the game, the game will look after you,' अगर तुम गेम के प्रति ईमानदार और सच्चे रहोगे तो गेम तुम्हारा ख्याल रखेगा। "सचिन ने आगे लिखा: "यह तुम्हारा फाइनल Hurdle है। नेशनल टीम में खेलने का सपना जरूर पूरा होगा। फोकस्ड रहो और खुद को क्रिकेट के प्रति समर्पित करो।"


Surya Kumar कहते हैं कि, "सचिन ने मुझे एक ही संदेश में स्पष्ट कर दिया था कि मुझे क्या करना है। उसके बाद मैं रन बनाने के मौके ढूंढता रहा।" SKY पहले दिन से दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेल रहे हैं। 2010 में जब SKY ने मुंबई की तरफ से रणजी में डेब्यू किया, तब वे रोहित शर्मा के बाद 6वें नंबर पर खेले। 89 बॉल्स में 73 रन बनाए। फिर विराट कोहली ने उनका कैच लपका। अगले साल (2011-12) उन्होंने रणजी ट्रॉफी में मुंबई की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए।


Surya 5-6 साल मुंबई और जूनियर इंडियन टीम्स के कप्तान भी रहे। IPL में भी 2016 से उनका प्रदर्शन अच्छा रहा, फिर भी उन्हें इंडियन कैप पाने के लिए 10 साल इंतजार करना पड़ा। एक इंटरव्यू में SKY से पूछा गया कि आपने इतने रिजेक्शन के बाद क्या सीखा?


Major Learning


Surya कहते हैं कि, "मैंने सीखा स्पष्ट लक्ष्य बनाना, स्पष्ट योजनाएं बनाना और उन्हें अमल में लाना। स्पष्ट लक्ष्य, स्पष्ट योजनाएं, अमल। इन शब्दों की अहमियत समझने के लिए हमें 9 साल का सफर तय करना होगा। सबसे पहले चलते हैं 2013 में।"


2013 में SKY की कप्तानी में अंडर 23 इंडियन टीम ने एशिया कप जीता। टीम में केएल राहुल, बुमराह, अक्षर पटेल भी थे। SKY कहते हैं कि, "1-2 साल के अंदर इन सब ने इंडियन टीम के लिए डेब्यू किया।"

year 2016


2016 में SKY ने खुद से सवाल किया, "मेरे साथ खेलने वाले आगे निकल गए, फिर मैं पीछे क्यों रह गया? मेरी गाड़ी आगे क्यों नहीं बढ़ी?"Surya कहते हैं, "फिर मैंने 3-4 सालों का परीक्षण किया और देखा कि मैं अब आगे क्या कर सकता हूँ। मैंने एक बैटिंग कोच और न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लेना शुरू किया। अपने सोने और जगने का डिसिप्लिन सेट किया। सोच ये थी कि जिस विभाग में कमी है, वहां एफर्ट लगा कर देखते हैं क्या होता है?"


ध्यान और सुधार


किसी सीनियर मैनेजमेंट ने सलाह दी कि तुम ध्यान करना शुरू करो। तो Surya कहते हैं कि शुरुआत में अजीब लगता था, लेकिन मैंने सोचा चलो ईमानदारी से करके देखते हैं। दिन में 2 बार 10-10 मिनट ध्यान के लिए बैठने लगा। फिर जब ध्यान का असर मैच के दौरान शॉट सिलेक्शन पर दिखने लगा, तो यह मेरे रूटीन का हिस्सा बन गया।

धीरे-धीरे इन सब एफर्ट्स का असर खेल में दिखने लगा। 2017 में रणजी प्रदर्शन बेहतर रहा और 2018 IPL में तो कमाल कर दिया। 36 के औसत से 512 रन बनाए।


बेहतर बनने की process


दोस्तों, एक बार जब आप बेहतर होने लगते हो, मेहनत का असर दिखने लगता है, तो इस प्रक्रिया में भी मजा आने लगता है। Surya कहते हैं कि उन दिनों जब मैं गेम खेल के आता, तो मैं सोचता कि आज मैं और क्या बेहतर कर सकता था? आगे आने वाले टूर्नामेंट्स में क्या इंप्रूव कर सकता हूँ? फिर मैं सारे पॉइंट्स नोट करता, कोच के साथ गोल्स बना कर उन पर काम करता।


Surya Kumar कहते हैं कि मुझे लगता है कि मैं सही समय पर छोटी-छोटी चीजें करता रहा। इस तैयारी ने मेरी काफी मदद की। दोस्तों, खेल और बैटिंग तो सफर का एक पहलू था, एक दूसरा पहलू भी है जो कम ही लोग जानते हैं।


Controversy - मौका क्यों नहीं मिला?


कुछ न्यूज़ आर्टिकल्स के अनुसार, Surya को इंटरनेशनल खेलने का मौका शायद जल्दी मिल जाता, लेकिन कुछ Controversies के कारण ये संभावना सच नहीं हो पाई। जैसे 13 मार्च 2014 को एक T20 मैच में सस्ते में आउट होने के बाद Surya ने ड्रेसिंग रूम में बैट से एक ग्लास तोड़ा, जिसके लिए उन्हें मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने Disciplinary hearing के लिए बुलाया। फिर उसी साल रणजी मैच के दौरान अपनी ही टीम के शार्दुल ठाकुर से फील्ड पर बहस हुई।


उसके बाद जब झगड़े और लड़ाई की कुछ रिपोर्ट्स आईं, तब Surya से मुंबई टीम की तीनों फॉर्मैट की कप्तानी वापस ले ली गई और उन्हें बीच रणजी टूर्नामेंट में ड्रॉप कर दिया गया। ये Surya के करियर का Rock Bottom  था।


Bounce back


मुंबई टीम के कोच चंद्रकांत पंडित, जिनके अंडर Surya ने खेला, वो कहते हैं कि आज Surya मेंटली बहुत स्ट्रॉन्ग है, लेकिन कुछ साल पहले वे distracted और demoralized थे। लेकिन इंसान की गहराई पता चलती है कि वो Bounce back कैसे करता है?


Surya ने घंटों नेट्स में बिताए, अपनी डाइट बदली, बड़े शॉट्स लगाने के लिए मसल्स बढ़ाईं और सबसे खास बात, Surya ने अपना एटीट्यूड बदला। आज हम Surya को हमेशा मुस्कुराता देखते हैं। बिना हड़बड़ाए वे प्रेशर में बड़े शॉट्स लगाते हैं, लेकिन इस मेंटल एटीट्यूड के पीछे काफी मेहनत छिपी है।


Coach कहते हैं कि अपना स्वभाव बदलना इतना आसान नहीं है फिर भी उसने कर दिखाया| ये बड़ी बात है इतनी struggle और तैयारी के बाद Surya अब पूरी तरह तैयार थे T20 international की पहली innings में उन्होंने अर्ध शतक बनाया |


अगले ही दिन ODI team में select हुए फिर ODI के दूसरे match में दोबारा 50 जड़े और debut series में ही man of the series भी रहे और उसके 3 दिन बाद ही Test team में उनका चयन हुआ|Debut के बाद से Surya T20 cricket के पूरे आकाश में चमके Surya ने debut के बाद से T20 में India के लिए अभी तक सबसे ज्यादा रन बनाए हैं और 2022 में अभी तक Surya Kumar  ने 14 ,T-20 match में 42 के औसत से रन बनाए हैं जहाँ उनका strike rate 190 से ज्यादा था |


हिम्मत~हरकत~होशियारी हम जीतेंगे|

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