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Conquer Tough Goals : 5 Minute Secret Visualization

  • editorhumjeetenge
  • May 25, 2024
  • 6 min read

Updated: Jun 5, 2024

खुद से जीतने वालों को मेरा सलाम!


इस blog में हम ऐसी Research based और Scientific Visualization technique पढ़ेंगे जो Long term Goals के लिए Commitment और Consistency पैदा करेगी। हम technique को detail में समझते हैं। सबसे पहले देखते हैं Visualization शुरू कैसे हुआ?


Visualization की खोज किसने की ये कहना कठिन है। फिर भी ज्ञात जानकारी में Aristotle जल्दी सीखने और performance सुधारने के लिए Visualization का प्रयोग करवाते थे। Aristotle की किताब De Anima में वे visualization के बारे में लिखते हैं। फिर 1920 में पहले fighter pilots को Visualization सिखाया जाने लगा। बाद में Olympic athletes भी इसका प्रयोग करने लगे। Visualization काफी secret technique थी। फिर....


किताब The Secret ने Visualization को लोगों में प्रचलित कर दिया। लेकिन इस प्रचलन में एक कमी रह गई!

किताब में Visualization को ऐसे पेश किया गया कि आप जो भी चाहते हो उस बारे में सोचो, उसके चित्र देखो बार-बार देखो और वो चित्र सच हो जाएंगे।


लेकिन कई psychologists और researchers ने पाया कि long term goals के लिए ये technique कारगर नहीं है। क्योंकि लोग केवल कुछ देर के लिए ही अच्छा महसूस करते हैं, थोड़े बहुत action लेते हैं और वापस comfort zone में चले जाते हैं।


Long terms Goals पाने के लिए कौन-सा Visualization सबसे कारगर है? इस सवाल को लेकर Gabrielle Oettinger ने 2007 में research शुरू की। अगले 7 सालों में 2400 लोगों पर study की। उन्होंने पाया कि हमारा Sub-Conscious Mind छोटे timeframe में काम करता है और ये Long term goal और Achievement के बारे में समझने के बजाय अभी तत्काल अच्छा महसूस करना चाहता है।


इसलिए हम जब केवल goal पूरा होने का सुनहरा दृश्य देखते हैं तो Subconscious energize होता है।

इसको लगता है कि सब ठीक है। सफलता पाना आसान है, इसलिए Goal के visualization के बाद एकदम से Motivation प्रकट होता है। लेकिन ये motivation कम समय टिकता है, क्योंकि जब मुश्किल आती हैं, हम बुरी आदतों से परेशान होते हैं, तो motivation खत्म हो जाता है। हम लोग एक cycle में फंस जाते हैं। एक पल के लिए अच्छा महसूस करते हैं, फिर थोड़ी देर बाद बुरा महसूस करते हैं।


अच्छी बात ये है कि इस cycle से आजाद हुआ जा सकता है। कैसे?? खास तरीके से visualize करके, जो हम आगे देखेंगे। आप ये steps अभी के अभी करके भी देख सकते हैं, इस visualization के चार step हैं:


First step: Wish


सबसे पहले, एक इच्छा + एक लक्ष्य के बारे में सोचिये, जो इस समय आपके लिए बहुत मायने रखती है। हो सकता है कि आप exam clear करना चाहते हैं, या वजन कम करना चाहते हैं। अब इस इच्छा को पूरा होता हुआ देखिये।


Example के लिए आपको IAS बनना है। तो खुद को IAS की गाड़ी में बैठता हुआ देखिए। देखिये आप कैसे लोगों से मिल रहे हैं, कैसे आप office में काम कर रहे हैं। 1 या 2 दृश्यों में देखिये कि लक्ष्य पूरा हो चुका है। लक्ष्य पूरा होते हुए देखना बहुत जरूरी step है। जैसे आप वजन कम करना चाहते हो, तो अपने fit शरीर को कांच में देखिये। खुद को दौड़ता-कूदता, Energy से भरा देखिये। इस step में 2-3 min खर्च कीजिए। अब इस दृश्य को Subconscious तक पहुंचाते हैं।


Second step: Outcome


यानी लक्ष्य को भावनाओं से जोड़िये,और दृश्य की सफलता को अभी महसूस कीजिये। देखिए कि अब Goal पूरा हो चुका है। आपकी जिन्दगी किस प्रकार बदल चुकी है? आपके आसपास कैसा माहौल है? घर में सब खुश हैं, आपको खुद पर गर्व हो रहा है। आपका आत्म विश्वास बढ़ चुका है। आप धन्यवाद और बहुत हल्का महसूस कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि focus और संकल्प शक्ति से क्या नहीं हो सकता। आपकी self esteem भी बढ़ रही है। इन भावनाओं को अभी महसूस करना जरूरी है।


2-3 min इन भावनाओं को महसूस कीजिए। Oettinger कहती हैं ऐसा करने से Subconscious लक्ष्य का पीछा करने के लिए अग्रसर हो जाएगा। आपको लगेगा मुझे अभी action लेना है, क्योंकि Subconscious Energize हो चुका है। हम इस Mental State का सम्पूर्ण उपयोग करेंगे।


Third step: Obstacles


ध्यान दीजिये कि लक्ष्य को पाने के लिए आपको कुछ आदतें, कुछ process हर दिन दोहराने हैं। कोई भी एक आदत देखिए जो आपके दिमाग में सबसे पहले आती है। जैसे हर दिन सुबह 3 घंटे पूरे focus के साथ पढ़ाई करना। इस process को 3–4 step में visualize कीजिए। कि आप सुबह कैसे उठे?


आपने time table set किया, आप Timer लगाकर पूरे focus से पढ़ रहे हैं। इस mental state को महसूस कीजिए। इस तरह आप कोई भी Process को देख सकते हैं। आप देख सकते हैं कि सुबह उठकर आप ने गर्म पानी पिया, जूते पहने और अब दौड़ने जा रहे हैं। दौड़ कर आने के बाद आप नहाकर ध्यान कर रहे हैं।अब देखिए क्या मुश्किलें आ सकती हैं? जिस कारण आप ये process पूरा नहीं कर पाएंगे।


देखिये ये problems आपकी कुछ आदतों के कारण पैदा हो रही हैं। ये आदत self-doubt, आलस या बार-बार बुरा महसूस करना हो सकता है। ये social media addiction, Overthinking या चिंता करना हो सकती है।


जो भी आदत सबसे पहले दिमाग में आए उसे चुन लीजिए और देखिए ये आदत आपको किस तरह परेशान कर रही है? आदत को प्रकट होता हुआ देखिए। कि दिन के इस समय मुझे आलस आता है और मैं mobile लेकर बिस्तर पर लेट जाता हूँ और फिर 2 घंटे निकल जाते हैं। फिर मुझे ग्लानि होती है। इस आदत के सारे steps को दिमाग में play होता हुआ देखिए। अब हम Conscious Mind का प्रयोग करेंगे।


Fourth Step: Planning


आँखें खोलिए और diary में If-Then statement बनाइए। अगर मुझे ये रुकावट आएगी, तो मैं ये करूँगा। अगर सुबह मेरा उठने का मन नहीं करेगा, तो मैं तत्काल 5 min का timer लगाऊंगा, मुंह धोऊंगा और 10 push-ups करूँगा। तत्काल आलस को छोटी सी जीत में बदलूँगा।


अगर मुझे चिंता होना शुरू होगी, तो मैं तत्काल छोटे से gratitude journal में ईश्वर को, असीमित ब्रह्मांड को धन्यवाद करते हुए 4 लाइनें लिखूंगा। Phone चलाने का मन करेगा, तो अलमारी में बंद करके 1 घंटे के लिए चाबी दोस्त को या मां को दे दूंगा।


Process को छोटा और मजेदार बनाइए। इससे आप Conscious Mind को मजेदार solutions निकालने के लिए Train कर रहे हो। Research paper में कहते हैं कि इस तरह से problem आने से पहले ही आपके पास plan तैयार है।


Professional Athlete, Navy seal, surgeon भी आखिरी step यानी planning का इस्तेमाल करते हैं। यानी जब high pressure situation आये और अगर कोई गलती हो जाए, तो ये गलती और चोट से बाहर आने के लिए उनके पास plan पहले ही तैयार होता है।


Oettinger कहती हैं, कि इस plan के साथ जीत की भावना, खुशी और हल्केपन की भावना महसूस करो। इससे Subconscious को सन्देश जाता है कि हम किसी भी Problems को पार करने के लिए, Process पूरे करने के लिए, और लक्ष्य पाने के लिए, पूरी तरह Committed हैं। और यही है असली Commitment, जो Goals, Process और plans तीनों के बारे में सोचने से और visualization करने से पैदा होता है।


आप यहाँ 2 सवाल पूछ सकते हो। पहला सवाल आप पूछ सकते हो कि हम रुकावटों के बारे में क्यों देख रहे हैं? 3 points हैं:

  1. ये रुकावटें आंतरिक हैं, हमारे पुराने Subconscious program हैं। तो ये बुरी आदतों के रूप में बार-बार प्रकट होते हैं। यानी ये प्रकट होने ही वाले हैं। हमें इनके लिए तैयार रहना है।

  2. हम रुकावटों के साथ-साथ plan और solution देख रहे हैं। हम रुकावटों को solve होता हुआ visualization कर रहे हैं।

  3. हम solution के साथ जीत की feeling जोड़ रहे हैं। Oettinger कहती हैं, जब Goal को visualize करते हैं, और बीच में आने वाली रुकावटों के लिए योजना बना लेते हैं, तब Conscious और Subconscious mind दोनों Energize होते हैं, और सही मायनों में Realistic Commitment पैदा होता है।

दूसरा सवाल आप कहोगे कि मैं तो simple goal पूरा करना चाहता हूँ, मुझे इतना सोचने की क्या जरूरत है? दोस्तों इस बात को समझिये: *बड़ी सफलता यानी बड़ी जिम्मेदारी। जो नौजवान अपने Emotion, Focus, और संकल्प शक्ति का प्रयोग करना जानता है, जिसके अन्दर Emotional Maturity है, वही बड़ी सफलता का हकदार है। क्योंकि बड़ी सफलता यानी बड़ी जिम्मेदारी।


बड़ी जिम्मेदारी यानी असंभव लक्ष्यों को पूरा करना। और असंभव लक्ष्य को पाने के लिए आप Emotions, कल्पना शक्ति, Focus और इच्छा शक्ति का ही प्रयोग करने वाले हैं।


कितनी बार Visualization कर सकते है ? इस Visualization को आप हफ्ते में 2-3 बार कर सकते हैं। आपको consistency में दिक्कत आती है, बार-बार मुश्किलों के कारण रुक जाते हैं, तो हफ्ते में 4 बार भी कर सकते हैं। इसके कोई नुकसान नहीं है। Visualization शुरू करने से पहले अपने साथ diary लेकर बैठिये और 10-20 min तक visualize कीजिए। खुद को जो भी process follow करते हुए देखें। और जो भी plan बनाएं दोनों को note करिये। Plan को If-Then की equation में लिखिए।


आज ये तरीका top Professional coaches और Psychologist, अपने Clients को सिखाते हैं।


हिम्मत ~हरकत ~ होशियारी

हम जीतेंगे !

 

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