Hardik Pandya: The Untold Story of Dedication & Growth
- editorhumjeetenge
- May 14, 2024
- 6 min read
Updated: Jun 7, 2024
खुद से जीतने वालों को मेरा सलाम !
"मेरे पैदा होने से पहले एक ऐसा समय था जब पिताजी के पास 22 कारें थीं। फिर एक समय ऐसा भी आया जब पेट भरने के लिए हम लोग 2 समय Maggie खाते थे।" हार्दिक के अन्दर daring और निडरता का स्वभाव शायद अपने पिता से आया। 7 साल के Krunal अच्छी Cricket Academy में खेल सकें इसलिए पिताजी ने Surat में जमा-जमाया business छोड़ दिया और पूरे परिवार को लेकर Baroda पहुंच गए। एक 7 साल के बच्चे के interest पर भरोसा करना और नए शहर में Business शुरू करना बड़ा दांव था। और यह बड़ा दांव बड़ी परेशानियां भी लेकर आया।
Hardik कहते हैं "एक वो समय था, और एक आज का समय है।" लेकिन इस सफर में हमने महसूस किया कि अच्छे और genuine इंसान ही जीवन में खुश रहते हैं। "हम perfect नहीं है, पर हर दिन बेहतर इंसान बनने की कोशिश कर रहे हैं।"
Cricket तो अपनी जगह है, लेकिन असली मकसद तो बेहतर इंसान बनना है। "दोस्तों, यही पहला lesson है: 'सफलता तो पाना ही है, लेकिन बेहतर इंसान बनना ही असली मकसद है।'"
बचपन की struggle:
बड़ौदा आने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी। Hardik और Krunal क्रिकेट खेलने बहुत दूर जाया करते थे। किराए के पैसे नहीं होते थे, तो 5-10 रुपये में truck से सफर करते थे। पर दोनों ने इतनी मुश्किलों में भी क्रिकेट खेलना जारी रखा। हार्दिक 14-15 साल की उम्र में कई गाँवों में क्रिकेट खेलने जाते थे। उन्हें एक match के 400 रुपये मिलते थे। फिर उनके पिता का कुछ काम चला, तो उन्होंने EMI पर कार खरीद ली ताकि बच्चे आसानी से खेलने जा सकें। सब बढ़िया चल रहा था, सबको लगा कि बुरा समय खत्म हो गया। फिर एक रात, उनके पिता को एक ही रात में 2 बार heart attack आया। इसके बाद घर के हालात पूरी तरह बिगड़ गए। अब घर का सारा भार दोनों भाइयों पर था। कार की EMI भरना भी मुश्किल था, इसलिए वे कई बार कार को छुपाकर रखते थे। फिर...
2012-13 में हार्दिक Baroda cricket team का हिस्सा बने: वहाँ से उन्हें कुछ पैसे मिल जाते थे, पर struggle अब भी खत्म नहीं हुआ। घर खर्चा और कार की EMI में सारे पैसे चले जाते थे। Hardik कहते हैं कि वो समय भी था जब गाड़ी में 1 liter तेल भराने में शर्म आती थी। इसलिए वे अलग से bottle में तेल भराते, फिर अकेले में गाड़ी में डालते।
Confidence का राज:
जो भी लोग Hardik को जानते हैं या उनके कुछ interviews देखे हैं, वो मानेंगे कि Hardik की Personality में 2 चीज़ें साफ़ दिखती हैं:
[1] Hardik Pandya खुलकर बोलते हैं, कभी-कभी (बहुत) ज्यादा भी बोलते हैं। ☺
[2] उन्हें खुद पर संपूर्ण भरोसा है। और हम Hardik Pandya से confidence के बारे में जरूर सीख सकते हैं|
Confidence into Insight:
Hardik Pandya कहते हैं: "जब मैं ground पर होता हूँ, मैं दूसरी team को हावी नहीं होने देता। क्योंकि मुझे सच में लगता है कि 'Everything Is Possible'। मैं इस समय best खिलाड़ी हूँ।" Hardik Pandya इस बात पर जोर देते हैं: "ये mindset बनाना जरूरी है। अगर मैदान पर मैं खुद पर भरोसा नहीं करूँगा, तो मैं plans कैसे execute करूँगा?"
ये विश्वास पैदा हुआ कैसे?
Hardik कहते हैं कि उन्हें अपने ऊपर विश्वास है क्योंकि उन्हें अपनी skill पर भरोसा है। और अपनी कला पर भरोसा इसलिए है क्योंकि वे बहुत process oriented हैं। "मैं अपने बारे में जानता हूँ कि मैं क्या struggle जीत कर आया हूँ। मुझे idea है कि मेरा मन कैसे चलता है? जब आप ये सारी चीज़ें अनुभव कर लेते हो, तो अपने आप confidence आता है।" दूसरी बात Hardik Pandya को वक्त ने सिखाई, वो है
Acceptance:
जब Hardik Pandya से "Coffee with Karan" की उस रात के बारे में पूछा गया, तो वे कहते हैं कि सबसे अच्छा तरीका है कि अपने गलती स्वीकार कर लो। "अगर मैं कहता कि मेरी गलती नहीं है, 'मैं उस समय बातों में फंस गया'। तो मैं जिंदगी भर उसी बात को defend करता रहता और कभी अपनी गलती से नहीं सीखता।" इसलिए जैसे ही मुझे महसूस हुआ, मैंने तत्काल माफी मांगी। गलती स्वीकार करने के लिए इंसान को बड़ा दिल चाहिए। इससे मन को बहुत सुकून मिलता है। दोस्तों हम आगे देखेंगे कि स्वीकार करना, Acceptance, Hardik Pandya के जीवन में कितना काम आएगी। ''Coffee with Karan' से हुई controversy एक नई सीख लेकर आई"। Hardik कहते हैं कि उस Controversy के बाद उन्हें काफी clarity मिली। उन्हें समझ आया कि ये दुनिया कैसे काम करती है।
Decision:
जब उन्हें suspend किया गया, उस समय वे Indian Cricket Team के Bad Boy बन गए थे। तब उनके बारे में कई players बोल रहे थे, "हार्दिक का खेल ख़त्म हो गया, वो इस controversy से बाहर नहीं निकल पायेगा।" उन्होंने Krunal से कहा, "देखना ये, मेरा setback ही मेरे career को उछाल देगा। मेरा खेल अभी पूरा नहीं हुआ, मैं सबको चौंकाने वाला हूँ।" उसी समय उन्होंने decide किया कि उनका खेल ही उन्हें इन हालात से बाहर निकाल सकता है।
उन्होंने खुद से कहा, "हार्दिक, अब खुद को improve करने का समय है।" और उनके लिए improvement का मतलब था "अपने खेल को एक level ऊपर ले जाना, fielding, batting, bowling, सबको एक level ऊपर ले जाना।" उन्होंने तत्काल batting technique पर काम करना शुरू किया।
Controversy और आलोचनाएं:
Controversy और आलोचनाएं तो सबको परेशान करती हैं। फिर Hardik कैसे बचते? Hardik कहते हैं कि IPL 2019 के पहले उन्होंने 2 practice मैचों में जबरदस्त batting की। एक match में 30 ball में 90 रन बनाए, दूसरे match में 30 ball में 87 रन बनाए। उसके बाद उन्होंने Karan के साथ Coffee पी। फिर इसके बाद IPL के पहले match में वे 0 पर out हुए। Match के अगले दिन जब वे practice कर रहे थे, तो ball को छू भी नहीं पा रहे थे। Hardik कहते हैं कि वे कभी से ऐसे player नहीं थे जो emotions में दब जाए। उस दिन वे वहीं रोने लगे। उस समय Mahela Jayewardene MI के head coach थे। उन्होंने मुझे देखा, उनके पास आए और बोले, "ऐसा होता है, थोड़ा समय दो।"
Controversy से Comeback तक
Hardik कहते हैं कि उन्हें बाद में पता चला कि MJ ने Controversy के बाद और IPL शुरू होने से पहले KP को कहा था: "इस साल देखना, Hardik कुछ गजब करने वाला है।" और यही हुआ। 2019 में Hardik Pandya ने अपने career के highest strike rate से highest average यानी 44.66 के औसत से रन बनाए। Mahela Jayewardene को अंदाजा कैसे हुआ कि इस साल Hardik कुछ बड़ा करने वाले हैं? दोस्तों, जो लोग लड़ना जानते हैं वे हमेशा मुश्किल समय में और अच्छा करते हैं।
MS Dhoni:
Hardik Pandya, Dhoni के बारे में interesting Story बतातें हैं। उस समय MS Dhoni ने बहुत मदद की, खासकर मानसिक स्तर पर। Hardik कहते हैं कि जब ban हटा, तो वे New Zealand team के लिए select हुए। लेकिन तब तक जिस New Zealand के Hotel में Indian team ठहरी थी, उसके room पहले ही book हो चुके थे। फिर उसी दिन Hotel की तरफ से phone आया। Hotel Manager ने बताया, "MS Dhoni ने बोला है कि आप आ जाओ, Hardik Pandya। Dhoni के room में रुकेंगे, क्योंकि Dhoni तो वैसे भी नीचे ही सोते हैं।" Hardik कहते हैं कि वे वो series में बिस्तर पर सोए और Mahi Bhai जमीन पर। इस अनुभव ने उन्हें विनम्रता का अहम सबक दिया। Hardik Pandya कहते हैं कि जब भी वे परेशान हुए हैं, सबसे पहला phone Mahi का ही आया है। उन्होंने Mahi को कभी captain की नज़रों से नहीं देखा, वो उनके लिए Mahi bhai हैं।
Summary
दोस्तों, हम इस story से कुछ learning ले सकते हैं| पहली बात:
खुद पर सवाल उठाना बंद करो:
एक पत्रकार ने पूछा, "Hardik, आपको फिर से पीठ में चोट लगी है। आपका खेल कैसा रहेगा?" Hardik ने जवाब दिया, "अब मैं और भी बेहतर खेलूंगा। खेल का स्तर और भी बढ़ेगा।"
दोस्तों, ध्यान दें, इसमें गहरा सबक छिपा है। कभी भी खुद पर शंका मत करें। आप कमजोर महसूस करते हैं, इसलिए कमजोर हो जाते हैं। hardik कहते हैं कि वे काफी अनुभव के बाद यह बात समझ चुके हैं कि हर परेशानी और चोट उन्हें एक मानसिक बढ़त देती है, जिससे वे खेल को अच्छी तरह समझ सकते हैं और बेहतर खेल सकते हैं।
दूसरी बात है:
आत्मविश्वास:
आपको भरोसा होना चाहिए कि आप अच्छा प्रदर्शन करने वाले हैं। क्योंकि आपने एक प्रक्रिया से कला विकसित की है और आप आत्म-जागरूक हैं। आप अपनी ताकत और कमजोरियों को जानते हैं। इसलिए आपको किसी बात का डर नहीं है।
और तीसरी बात:
स्वीकार करने से मन शांत होता है:
कई बार हम संकट में होते हैं, तब मन में चलता है, "हो क्यों नहीं रहा?", "अब मैं क्या करूँगा?" उस समय स्वीकार कर लेना चाहिए, "हाँ, सच्चाई ये है कि concentrate करने में दिक्कत है, आज डर भी लग रहा है।" स्वीकार करते ही Ego जो मचल रहा था, तो वो खुद को बेमतलब defend करने की कोशिश कर रहा था, उसे थोड़ा आराम मिलता है और इस समय बुद्धि को काम करने का मौका मिलता है।
Hardik कहते हैं कि 2021 में Australia के खिलाफ T20 में उनकी सबसे खास innings थी, क्योंकि वे उस दिन ball को Connect नहीं कर पा रहे थे, आसान ball भी time पर connect नहीं कर पा रहे थे। Hardik कहते हैं कि उनके पास आसान option था कि वे डर मिटाने के लिए aggressive shot खेलते और out हो जाते।
लेकिन उन्होंने उस परेशानी को, उस situation को स्वीकार कर लिया कि "हाँ भाई, आज खेलने में और ball connect करने में दिक्कत हो रही है।" जैसे ही उन्होंने स्वीकार किया, वैसे ही emotions अपने आप शांत हो गए। फिर innings की आखिरी 10 बालें connect हुईं और उन्होंने 22 गेंदों में 42 runs बनाए। Hardik Pandya ने उस match से सीखा कि confidence की असली चाबी Acceptance में छिपी हुई है।
Japan के महान Samurai Miya Moto Mousasi कहते हैं कि "सब कुछ ऐसे स्वीकार कर लो कि सब कुछ, परेशानियाँ भी, आपकी मर्जी से हो रही हैं। उसके बाद आप React नहीं करते। आप वो करते हो जो ज़रूरी है।"
हिम्मत,
हरकत,
होशियारी,
हम जीतेंगे!